How to Open LibreOffice Writer in Windows?
Step 1- Press Window Key + R (Run Command Prompt)
Step 2- Type "swriter" in Box
Step 3- Press Enter or Ok
LibreOffice Writer:- इसका प्रयोग डाक्यूमेंट, प्रोजेक्ट, एसाइंमेंट, इत्यादि को बनाने के लिय किया जा सकता है।
अब आपको हम मेन्यू के बारे में बताने जा रहे है।
LibreOffice Calc Notes in Hindi
LibreOffice Impress Notes in Hindi
HOME MENU
1. New (Ctrl+N):- इस आप्सन के द्वारा हम नई फाइल बनाने का कार्य करते है।
2. Open (Ctrl+O):- इस आप्सन के द्वारा हम पहले से बनी हुई फाइल को खोलने का कार्य करते है।
3. Recent Document:- इस आप्सन के द्वारा हम हाल ही बनाई गई फाइल को खोलन का कार्य करते है।
4. Close (Ctrl+W):- इस आप्सन के द्वारा हम खुली हुई फाइल को बन्द करने का कार्य करते है।
5. Wizard (Letter, Document Converter):- इस आप्सन न के द्वारा हम नया लैटर बनाने तथा लिब्रे आफिस राइटर में बनाई गई फाइल को वर्ड, एक्सेल और पावर पाइन्ट में कनवर्ट करने का कार्य करते है।
6. Template (Open/Save Template):- इस आप्सन के द्वारा हम लिब्रे आफिस प्रोग्राम में पहले से बनी हुई टेमपलेट को खोलने अथवा बनाई गई फाइल को टैम्पलेट के रूप में सेव करने का कार्य करते है।
7. Save(Ctrl+S):- इस आप्सन के द्वारा हम बनाई गई फाइल को सेव करने का कार्य करते है।
8. Save As (Ctrl+Shift+S):- इस आप्सन के द्वारा हम पहले से सेव फाइल का नाम तथा लोकेशन बदलने का कार्य करते है।
9. Export or Export as PDF:- इस आप्सन के द्वारा हम बनाई गई फाइल को अन्य किसी लोकेशन, नार्मल अथवा पी.डी.एफ. फाइल बनाकर भेजने का कार्य करते है।
10. Preview in Web Browser:- इस आप्सन के द्वारा हमें यह पता चलता है कि अगर हम इस फाइल को वेब ब्राउजर इंटरनेट पर देखेंगे तो यह किस प्रकार से दिखाई देगी।
11. Print Preview (Ctrl+Shift+O):- इस आप्सन के द्वारा हम बनाई गई फाइल का निकालने से पहले उसका प्रिव्यू देखने का कार्य करते है कि फाइल प्रिंट होकर कागज पर किस प्रकार से आयेगी।
12. Print (Ctrl+P):- इस आप्सन के द्वारा हम बनाई गई फाइल को प्रिंटर की सहायता से प्रिंट करने का कार्य करते है।
13. Printer Setting:- इस आप्सन के द्वारा हमे भी प्रिंटर से प्रिंट निकालना होता है उस प्रिंटर को सेट करने का कार्य करते है।
14. Exit (Ctrl+Q):- इस आप्सन पर क्लिक करते ही लिब्रे आफिस प्रोग्राम बन्द करने का कार्य करते है।
EDIT MENU
1. Undo (Ctrl+Z):- इस आप्सन का प्रयोग हम तब करते है जब गलती से हमसे कोई पैराग्राफ या ग्राफिक्स डिलीट हो जाता है तो उसे वापस लाने के लिए।
2. Redo (Ctrl+Y):- यह आप्सन अंडू का उल्टा होता है।
3. Cut (Ctrl+X):- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ तथा ग्राफिक्स को कट करने का कार्य करते है।
4. Copy (Ctrl+C):- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ तथा ग्राफिक्स को काॅपी करने का कार्य करते है।
5. Paste (Ctrl+V):- इस आप्सन के द्वारा हम कट और कॉपी पैराग्राफ तथा ग्राफिक्स को अपनी आवश्यकतानुसार स्थान पर पेस्ट करने का कार्य करते है।
6. Paste Special:- इस आप्सन का प्रयोग हम तब करते है जब किसी अन्य प्रोग्राम से हम पैराग्राफ और ग्राफिक्स दोनो एक साथ कापी करते है तो इस आप्सन के द्वारा हम अपनी आवश्यकतानुसार टैक्सट तथा ग्राफिक्स को पेस्ट करने का कार्य करते है।
7. Select All (Ctrl+A):- इस आप्सन पर करते ही फाइल में टाइप समस्त मैटर एक बार में ही सेलेक्ट हो जाता है।
8. Find (Ctrl+F):- इस आप्सन के द्वारा हम टाइप किये गये पैराग्राफ में स्पेशल वर्ड अथवा लाइन को ढूंढने का कार्य करते है।
9. Find & Replace (Ctrl+H):- इस आप्सन के द्वारा हम ढूंढे गये वर्ड अथवा लाइन को वर्ड अथवा लाइन से बदलने का कार्य करते है।
10. Goto Page (Ctrl+G):- इस आप्सन का प्रयोग हम तब करते है जब हमारी फाइल में बहुत सारे पेज होते है और हमें जिस पेज पर भी जाना होता है आसानी से उस पेज का पेज नंबर डालकर उस पर जा सकतेहै।
11. Track Change:- इस आप्सन को लगाने के बाद हम जो भी टाइप करते है वह हाईलाइट होता जाता है और जब हम इसे एक्सेप्ट कर लेते है तो वह नार्मल हो जाता है एवं रिजेक्ट करने पर वो हट जाता है।
12. Delete Comment:- इस आप्सन के द्वारा हम इंसर्ट मेन्यू द्वारा लगाये गये कमेंट को हटाने का कार्य करते है।
13. Hyperlink:- इस आप्सन के द्वारा हम अलग-अलग प्रोग्रामों पर बनाई गई फाइल को एक ही फाइल से जोड़ने का कार्य करते है।
14. Reference (Footnote, Index Entry, Bibliography Entry):- इस आप्सन के द्वारा हम फाइल में फुटनोट एवं बुक की बिबलियोग्राफी, इत्यादि लगाने का कार्य करते है।
VIEW MENU
1. Normal View:- यह व्यू डिफाल्ट रूप से सेट रहता है इस व्यू में हमारी फाइल नार्मल दिखाई देती है।
2. Web:- यह व्यू के द्वारा हमें यह पता चलता है कि हमारे द्वारा बनाई गई फाइल को वेब पेज बनाने पर किस प्रकार से दिखाई देती है।
3. User Interface:- इस आप्सन के द्वारा हम फाइल के इंटरफेस को स्टैंडर्ड टूलबार एंव सिंगल टूलबार आदि व्यू में देख सकते है।
4. Toolbars:- इस आप्सन के द्वारा हम अपनी आवश्यकतानुसार बारों को खोल सकते है।
5. Status Bar:- यह हमारें प्रोग्राम में नीचे की ओर होती है इस बार के द्वारा हमें ऊपर किये जा रहे कार्य के बारे में पता चलता है जैसे हमारी फाइल में कितने पेज तथा कितने वर्य एवं किस भाषा का प्रयोग हो रहा है इत्यादि।
6. Ruler / Verticle Ruler:-यह हमारी फाइल मे एक Scale की तरह दिखाई देती है, इस आप्सन पर एक बार क्लिक करने पर यह गायब हो जाती है और दोबारा क्लिक करने पर वापस आ जाती है।
7. Full Screen / Zoom:- इस आप्सन के द्वारा हम अपनी फाइल को आवश्यकतानुसार बड़ी एवं छोटी करके देख सकते है।
INSERT MENU
1. Page Break (Ctrl+Enter):- इस आप्सन के द्वारा हमारा कर्सर पेज पर जी भी स्थान पर होता है वहा से अगला पेज आ जाता है।
2. Image, Chart, Media, Object, Shape:- इस आप्सन के द्वारा हम उपरोक्त आइटम को पेज में सेट करने का कार्य करतेहै।
3. Text From File:- इस आप्सन के द्वारा हम एम0एस0 वर्ड अथवा टैक्सट डाक्यूमेंट को अपनी फाइल मे इंसर्ट करने का कार्य करते है।
4. Text Box:- इस आप्सन के द्वारा हम फाइल मे टैक्सट बॉक्स बनाने का कार्य करते है।
5. Comment:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ के बारे में कमेन्ट (अपने प्रवचार) लिखने का कार्य करते है।
6. Font work / Frame Work:- इस आप्सन के द्वारा हम दिये गये वर्ड के फार्मेट में अपने द्वारा टाइप किये गये लैटर को परिवर्तित कर सकते हैं।
7. Hyperlink (Ctrl+K):- इस आप्सन के द्वारा हम अलग-अलग प्रोग्रामों में बनाई गई फाइल को अपने प्रोग्राम से लिंक अर्थात् जोड़ने का कार्य करते है।
8. Bookmark:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ को किसी भी नाम से मार्क कर देते है और जब भी future में हमें उस पैराग्राफ की जरूरत पड़ती है तो हम इस आप्सन के द्वारा उस पैराग्राफ पर दोबारा जा सकतेहै।
9. Cross Reference:- यह आप्सन बुकमार्क लगाने के बाद कार्य करता है इस आप्सन के द्वारा हम बुकमार्क किये गये पैराग्राफ को अपनी आवश्यकतानुसार स्थान पर पेस्ट कर सकते है।
10. Special Character:- इस आप्सन के द्वारा हम वह वर्ड इंसर्ट कराने का कार्य करते है जिन्हें हम की-बोर्ड से इनपुट नहीं कर सकते हैं।
11. Horizontal Line:- इस आप्सन पर क्लिक करते ही जहा भी कर्सर होता है वहा पर एक Horizontal line इंसर्ट हो जाती है।
12. Footnote / Endnote:- इस आप्सन के द्वारा हम प्रत्येक पेज के नीचे अथवा पेज के आखिरी में Footnote एवं Endnote इंसर्ट करने का कार्य करते है।
13. Table of Contents:- इस आप्सन के द्वारा हम फाइल मे टाइप की गई Heading को इंडेक्स में देख सकते हैं अर्थात् Page Index बनाने का कार्य करते है।
14. Page Number:- इस आप्सन के द्वारा फाइल में बनाये गये सभी पेजों पर पेज नम्बर देने का कार्य करते है।
15. Fields:- दी गई Fields को अपनी जरूरत के मुताबिक इंसर्ट करने का कार्य करते है।
16. Header & Footer:- Header का मतलब पेज का ऊपरी हिस्सा तथा फूटर का मतलब पेज का हिस्सा निचला और जो कुछ भी हम इसमे लिख देते है वह हमारी फाइल के सभी पेजों पर पहुुँच जाता है और किसी भी एक पेज से हटाने पर सभी पेजो से हट जाता है।
17. Envelop:- इस आप्सन के द्वारा हम इंवलेप अर्थात् लिफाफा बनाने का कार्य करते है।
18. Signature Line:- इस आप्सन पर करते ही पेज के जिस स्थान पर कर्सर होता है वहा पर एक लाइन आ जाती है जिसे हम Signature Line के नाम से जानते है।
FORMAT MENU
1. Text:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये टैक्सट को बोल्ड, इटैलिक, अपरकेस, लोवरकेस, इत्यादि फार्मेटिंग में परिवर्तित कर सकते है।
2. Line Spacing, Increase Indent, Decrease Indents:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ में Line Spacing & Indent सेट करने का कार्य करते है।
3. Alignment:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ अथवा लाइन को लैफ्ट, राइट, सेन्टर एवं जस्टिफाई अलाइन करने का कार्य करते है।
4. List, Bullets & Numbering:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ के आगे बुलेट एवं नम्बर लगाने का कार्य करते है।
5. Clone Formatting:- इस आप्सन के द्वारा हम एक पैराग्राफ पर लगाई गयी फार्मेटिंग को दूसरें पैराग्राफ पर लगाने का कार्य करते हैं।
6. Clear Direct Formatting:- इस आप्सन के द्वारा सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ पर लगाई गई Formatting को हटाने का कार्य करते है।
7. Character, Paragraph, Bullet & Numbering:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट हुए पैराग्राफ का फान्ट, पैराग्राफ सेट करने एवं उस पर बुलेट एण्ड नम्बर लगाने का कार्य करते है।
8. Page:- इस आप्सन के द्वारा हम Page, Page Margin, Page Orientation इत्यादि सेट करने का कार्य करते है।
9. Title Page:- इस आप्सन के द्वारा हम पहले पेज पर बनाये गये प्रोजेक्ट का टाइटल देने का कार्य करते है।
10. Comments - इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ के बारे में कमेंट लगाने का कार्य करते है।
11. Column:- इस आप्सन के द्वारा पेज पर टाइप किये हुए पैराग्राफ को 2 या 2 से अधिक काॅलमों में Set करने का कार्य करते है।
12. Watermark:- इस आप्सन के द्वारा हम पेज के बैकग्राउंड में ट्रांसपैरेंट रूप में इमेज अथवा टैक्सट लगाने का कार्य करते है।
13. Image:- इस आप्सन के द्वारा हम इंसर्ट गई इमेज को एडिट करने का कार्य करते है।
14. Text Box & Shapes:- इस आप्सन के द्वारा हम बनाये गये Shape तथा Text Box की एडिटिंग करने का कार्य करते है।
15. Wrap, Arrange, Rotate:- यह आप्सन इमेज बनाने के बाद कार्य करते है इस आप्सन के द्वारा हम टाइप किये हुए पैराग्राफ को सेप के चारो ओर रैप करने तथा अरेन्ज एवं रोटेट करने का कार्य करते है।
STYLE MENU
इस मीनू के आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ को दी गई फार्मेटिंग के अनुसार स्टाइल देने का कार्य करते हैं।
TABLE MENU
1. Insert Table:- इस आप्सन के द्वारा हम अपनी आवश्यकतानुसार रो तथा कालम की संख्या डालकर टेबल बना सकते है।
2. Insert Row & Column:- इस आप्सन के द्वारा हम बनाई गई टेबल में रो, और कालम इंसर्ट करने का कार्य करते है।
3. Delete- इस आप्सन के द्वारा हम Select की गई रो, कालम एवं टेबल को Delete करने का कार्य करते है।
4. Select:- इस आप्सन के द्वारा हम रो, कालम तथा टेबल को Select करने का कार्य करते है।
5. Size:- इस आप्सन के द्वारा हम Select की गई रो तथा कालम के साइज को घटाने एवं बढ़ाने का कार्य करते है।
6. Merge Cell / Merge Table:- इस आप्सन के द्वारा हम दो या दो से अधिक Select की गई रो तथा कालम को Merge करने का कार्य करते है।
7. Split Cell:- इस आपसन के द्वारा हम सेल के अन्दर ही एक टेबल और बनाने का कार्य करते है।
8. Split Table:- Table के अंदर जहा पर Cursor होता है वहा सेटेबल टूट जाती है।
9. Protect Cell / Unprotect Cell:- इस आप्सन के द्वारा हम Selected की गई सेल को प्रोटेक्ट अथवा अनप्रोटेक्ट करने का कार्य करते है।
10. Auto Format / Number Format- इस आप्सन के द्वारा हम पहले से दी गई टेबल फार्मेटिंग एवं नम्बर फामेट में Selected पैराग्राफ को बदलने का कार्य करते है।
11. Convert table to Text, Text to Table:- इस आप्सन के द्वारा हम सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ को टेबल में तथा टेबल को पैराग्राफ में कन्वर्ट करने का कार्य करते है।
12. Formula:- इस आप्सन के द्वारा बनाई गई टेबल पर बेसिक फामूलो का प्रयोग कर सकते है।
13. Sort:- इस आप्सन के द्वारा टेबल में लिखे गये टैक्सट अथवा नंबर को Ascending Order और Descending Order में सेट करने का कार्य करता है।
FORM MENU
इस Menu के आप्सन द्वारा हम वेब फाॅर्म डिजाइन करने का कार्य करते है।
TOOLS MENU
1. Spell & Grammar (F7):- पैराग्राफ करते के नीचे समय जिन वर्डो के नीचे रेड लाइन आती वो स्पेलिंग गलतिया कहलाती है तथा जिन वर्डो के नीचे हरी लाइन आती है वो ग्रामिटिकल गलतियां कहलाती है इन गलतियों को हम इस आप्सन के द्वारा सहीं कर सकते है।
2. Thesaurus/Language:- इस आप्सन के द्वारा हम Word का पर्यायवाची एवं किसी Word को किसी अन्य लैग्वेज में ट्रांसलेट करने का कार्य करते है।
3. Word Count:- इस आप्सन के द्वारा हमें अपनी फाइल के बारे में जानकारी प्राप्त होती है जैसे फाइल में कितने पेज है कितने वर्ड है अथवा कितने लाइने है इत्यादि।
4. Auto Correct:- इस आप्सन के द्वारा हम पैराग्राफ टाइप करने से पूर्व अपनी आवश्यकतानुसार आप्सन को सेट कर देते है और जैसे ही हम कोई पैराग्राफ टाइप करते है यह आप्सन उसे अपने आप सहीं करता जाता है।
5. Chapter Numbering:- इस आप्सन के द्वारा सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ को हैडिंग्स, सब हैडिंग्स इत्यादि फार्मेट में परिवर्तित करने का कार्य करते है।
6. Line Numbering:- इस आप्सन के द्वारा सेलेक्ट किये गये पैराग्राफ के बुलेट तथा नम्बर लगाने का कार्य करते है।
7. Footnote/Endnote:- इस आप्सन के द्वारा हम फाइल पर फुटनोट व एण्डनोट देने का कार्य करते है।
8. Mail Merge Wizard:- इस आप्सन के द्वारा मेलमर्ज बनाने का कार्य करते है।
Mail Merge In Detail:- Mail Merge in LibreOffice Writer In Hindi
WINDOWS MENU
1. New Windows:- इस ऑप्शन पर क्लिक खुली हुई Windows की एक नई काॅपी बन जाती हैं।
2. Close Windows:- इस ऑप्शन पर क्लिक करते ही खुली हुई Windows बंद हो जाती है।
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