Sunday, May 23, 2021

Connectivity Levels of Internet (Internet Access Technique) - Sunrise Computer

 CONNECTIVITY LEVEL

  1. Level 1 of Connectivity- कनेक्टिविटी के इस लेवल में गेटवे के माध्यम से इंटरनेट एक्सेस किया जाता है इसलिए इसे गेटवे एक्सेस भी कहा जाता है। इसे प्रायः शोध संस्थानों या डिस्कशन ग्रुप द्वारा प्रयोग किया जाता है।

  2. Level 2 of Connectivity (Remote Modem Access)- यह इंटरनेट कनेक्टिविटी का सबसे  प्रचलित माध्यम है इसमें इंटरनेट को टेलीफोन लाइन या अन्य माध्यम से मॉडम कनेक्ट करके एक्सेस करते हैं,  इसे रिमोट मॉडम एक्सेस भी कहा जाता है।इसे किसी भी भौगोलिक स्थिति में प्रयोग किया जा सकता है।

  3. Level 3 of Connectivity- इस प्रकार की कनेक्टिविटी को डायरेक्ट भी कहा जाता है क्योंकि इस प्रकार की कनेक्टिविटी को डिजिटल लाइन द्वारा हाई स्पीड इंटरनेट एक्सेस कराने के लिए प्रयोग किया जाता है इसे प्रायः वैज्ञानिकों या रिसर्च संस्थानों द्वारा प्रयोग किया जाता था और यह सबसे अधिक  कॉस्टली होता है।

Connectivity Types

  1. Telephone Line Based

  1. Dial Up Connection 

  2. Leased Line

  3. Digital Subscriber Line (DSL)

  4. Integrated Service Digital Network (ISDN)

  5. Cable Tv or Web Tv

  6. Broadband Power Line (BPL)

2.   Wireless Connectivity

  1. Satellite Connectivity

  2. Cellular Internet (1G, 2G, 3G, 4G, 5G)

  3. Wifi

  4. Lifi

  5. WiMAX

TELEPHONE LINE BASED

Dail Up Connection

Dial Up Connection नेटवर्क कनेक्टिविटी का सबसे पहला मेथड है,  जिसने नेटवर्क से जुड़ने के लिए अपने कंप्यूटर से आईएसपी द्वारा प्रदान किया गया यूजर आईडी और पासवर्ड डायल करना होता है। यह टेलीफोन लाइन पर आधारित कनेक्टिविटी मेथड है। जिसमें आईएसपी एक एक्सटर्नल माॅडम उपलब्ध करता है जिसे टेलीफोन लाइन  के माध्यम से कंप्यूटर को इंटर से दिया जाता है। इस प्रकार के नेटवर्क कनेक्टिविटी मेथड में नेटवर्क की स्पीड बहुत स्लो होती है जिससे सिर्फ ई-मेल तथा ब्राउजिंग जैसे कार्य किए जा सकते हैं। इस प्रकार के नेटवर्क का सेटअप कॉस्टली होता है आजकल यह कनेक्टिविटी प्रचलन से बाहर है इसकी अधिकतम स्पीड 60 केबीपीएस होती थी।

Leased Line Connection

लीस्ड लाइन एक डेडिकेटेड नेटवर्क लाइन है जिससे सिर्फ नेटवर्क कनेक्टिविटी के उपयोग में लाया जाता है। इसे टेलीफोन लाइन के माध्यम से ही सप्लाई करते हैं यह सिर्फ इंटरनेट कनेक्टिविटी देता है। आजकल लीज लाइन का प्रयोग विभिन्न प्रकार की आईएसपी के द्वारा किया जाता है क्योंकि इसमें नेटवर्क की स्पीड डायल अप कनेक्शन से लगभग 1000 गुना तेज होती है (लगभग 10 जीबीपीएस तक) इस प्रकार की कनेक्टिविटी का प्रयोग व्यापारी कार्यों के लिए किया जाता है। इसमें किसी प्रकार के माॅडम की आवश्यकता नहीं पड़ती है क्योंकि यह एक नेटवर्क पॉइंट से दूसरे नेटवर्क पॉइंट को जोड़ता है।


Digital Subscriber Lines (DSL)

Leased Line की तरह डीएसएल भी एक डेडीकेटेड नेटवर्क लाइन होती है जिसमें हाई स्पीड डिजिटल एडाॅप्टरमाॅडम का प्रयोग करके इंटरनेट से कनेक्ट हुआ जाता है डीएसएल के अंतर्गत अनेकों नेटवर्क सर्विस आती हैं डीएसएल नेटवर्क कनेक्टिविटी का ऐसा मेथड है जिसमें यूजर की नार्मल  टेलीफोन लाइन से ब्रॉडबैंड कनेक्शन तथा हाई स्पीड ब्रॉडबैंड प्राप्त किया जा सकता है अर्थात वीडीएसएल माॅडम मी एनालॉग सिगनल को डिस्टर्ब सिगनल में कन्वर्ट करने की कैपेसिटी अधिक होती है इसके कई सारे वर्जन उपलब्ध हैं इसकी अधिकतम स्पीड 100 एमबीपीएस से 1gbps होती है।

  • ASDL (Asymmetric DSL)

  • SDSL (Symmetric DSL)

  • HDSL (High Bit Rate DSL)

  • RDSL (Rate Adaptive DSL)

  • VDSL (Very High Bit Rate DSL)

  • IDSL (ISDN DSL)

Integrated Service Digital Network (ISDN)

आईएसडीएन टेलीफोन लाइन पर आधारित नेटवर्क कनेक्टिविटी मेथड है जो कि डीएसएल का ही एक वर्जन है।आईएसडीएन के माॅडम के स्थान पर हाई क्वालिटी एडाॅप्टर का प्रयोग होने की वजह से एनालॉग सिग्नल के स्थान पर डिजिटल सिग्नल अजीब होते हैं। इस प्रकार की कनेक्टिविटी में सरवर तथा क्लाइंट दोनों के एंड पर आईएसडीएन एडाॅप्टर लगा होता है जो एनालॉग (टेलीफोन लाइन) को  डिजिटल सिग्नल नेटवर्क में परिवर्तित कर देता है इससे नेटवर्क सिगनल अत्यंत उच्च गति से प्राप्त होता है। आईएसडीएन को दो तरीके से डिलीवर किया जाता है।

  1. Public Rate Interface (PRI)

  2. Basic Rate Interface (BRI)

प्राइमरी रेट इंटरफ़ेस में नेटवर्क की स्पीड 64 केबीपीएस से 1.54 एमबीपीएस तक बदलती रहती है। जबकि बेसिक रेट इंटरफ़ेस में नेटवर्क की स्पीड 1.54 एमबीपीएस फिक्स रहती है परंतु यह एक लिमिटेड रेंज में ही कार्य करता है।


Cable Tv / Web Tv

केबल टीवी का प्रयोग भौगोलिक रूप से असमान परिस्थितियों में इंटरनेट कनेक्शन के लिए प्रयोग किया जाता है जहां पर टेलीफोन लाइन उपलब्ध ना हो इसमें इंटरनेट को केबल टीवी के माध्यम से सप्लाई किया जाता है इसे को  एक्सियल केबल के माध्यम से सप्लाई करते हैं इसमें नेटवर्क की स्पीड डायल तथा डीएसएल से अधिक होती है परंतु इस नेटवर्क को उपयोग करने की लिमिटेशंस हैं इसे कंप्यूटर या मोबाइल पर एक्सेस नहीं कर सकते हैं इसे टीवी पर एक्सेस किया जा सकता है।


Broadband Power Line (BPL)

बीपीएल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी का एक टाइप है जिसमें नेटवर्क को टेलीफोन लाइन के स्थान पर इलेक्ट्रिक लाइन से सप्लाई किया जाता है क्योंकि विभिन्न महानगरों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के हजारों यूजर होते हैं जिससे नेटवर्क ट्रैफिक बढ़ जाता है बीपीएल टेलीफोन लाइन पर आधारित ब्रॉडबैंड का अल्टरनेट है। 


WIRELESS CONNECTIVITY

Satellite

सैटेलाइट नेटवर्क का प्रयोग भौगोलिक रूप से विषम परिस्थितियों में नेटवर्क को एक्सेस करने के लिए किया जाता है इसके लिए सैटेलाइट रिसीवर एंटीना तथा एडाॅप्टरका प्रयोग किया जाता है इसे विशेष रूप से पर्वतों तथा अन्य आसमान परिस्थितियों में नेटवर्क एक्सेस करने के लिए उपयोग में लाया जाता है इसमें नेटवर्क की औसतन स्पीड 100 एमबीपीएस तक होती है डीटीएच इसका प्रमुख उदाहरण है।


Types of Satellites Service

1. VSAT (Very Large Aperture Terminal
एक एंड यूजर के लिए दूसरे के साथ कम्‍यूनिकेशन करने के लिए, प्रत्येक ट्रांसमिशन को पहले हब स्टेशन पर जाना होता है जो इसे सैटेलाइट के माध्यम से दूसरे एंड यूजर के VSAT में रिट्रांसमिट करता है। VSAT डेटा, वॉइस, और वीडियो सिग्नल को हैंडल करता है।
2. Microwave
Microwaves का उपयोग spacecraft communication में भी होता है जिसका मतलब है की विश्व की majority data, TV, और telephone communications को लम्बी दुरी तक transfer करने के लिए microwaves का इस्तमाल किया जाता है ground stations और communication
satellites के बीच

Cellular Network (1G, 2G, 3G, 4G, 5G)

मोबाइल डिवाइसेज के बदले  प्रचलन के कारण आज Wireless नेटवर्क का प्रयोग किया जाता है जबकि केबल नेटवर्क की अपेक्षा अधिक सस्ता वह कहीं भी किसी भी समय एक्सेस किया जाने वाला नेटवर्क होता है इसे मोबाइल नेटवर्क भी कहते हैं इसे विभिन्न प्रकार की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी द्वारा अलग-अलग एरिया में उपलब्ध कराया जाता है सबसे पहले जीपीआरएस, Edge, एचएसपीए और अब एलटीइ प्रचलन में है।


Wireless Fidelity (WiFi)

वाईफाई एक बार लेस लिमिटेड एरिया नेटवर्क है जो लगभग 100 मीटर तक की रेंज में नेटवर्क सप्लाई कर सकता है इसकी रेंज को बदलने के लिए हाई कैपेसिटी वाईफाई एडेप्टर प्रयोग किए जाते हैं। वाई-फाई आजकल के समय में प्रयोग किए जाने वाला सबसे प्रचलित वायरलेस नेटवर्क है जिसे मोबाइल डिवाइसेज लैपटॉप कथा टैबलेट आदि द्वारा प्रयोग किया जा सकता है।इसमें रेडियो वेव्स के माध्यम से डाटा का ट्रांसमिशन होता है। इसमें नेटवर्क की स्पीड कम एमबीपीएस होती है यह केबल नेटवर्क से अधिक सुरक्षित तथा विश्वसनीय हैं। इसे प्रायः रेलवे स्टेशन बस स्टॉप कॉलेज स्कूल केंपस आदि जगहों पर प्रयोग किया जाता  है।


Light Fidelity (LiFi)

इसे प्रोफेसर हेराल्ड हाॅस द्वारा 2011 में इंट्रोड्यूस किया गया था यह वायरलेस ऑप्टिकल नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी पर  कार्य करता है। इसमें डाटा का ट्रांसमिशन एलईडी बल्ब की किरणों द्वारा होता है। लाईफाई बल्ब में एक चिप लगाई जाती है जो डाटा को ऑप्टिकली ट्रांसलेट करने के लिए अनुमति प्रदान करती है इसमें डाटा एलईडी बल्ब के द्वारा ट्रांसमिट हो जाता है परंतु उसे रिसीव करने के लिए फोटोरिसेप्टर का यूज किया जाता है इसकी मिनिमम स्पीड 150mbps मानी गई है परंतु शोधकर्ताओं ने इसकी मैक्सिमम स्पीड 10 जीबीपीएस बताई है जो कि वाईफाई की तुलना में 100 गुना अधिक है।


WIMAX
यह एक दूरसंचार तकनीक है। वाईमैक्स का पूरा नाम वर्ल्डवाइड इंटरऑपरेटिबिलिटी फॉर माइक्रोवेव एक्सेस है। इसे साउथ कोरिया द्वारा 2006 में विकसित किया गया था। यह मोबाइल सेवा की वायरलेस तकनीक है। 4जी नेटवर्क की यह तकनीक न्यूनतम 30-40 एमबीपीएस तक की गति से डाटा ट्रांस्फर में सक्षम है। वाईमैक्स ऐसे लोगों के लिए अधिक उपयोगी है जो घर और ऑफिस दोनों जगह इंटरनेट का उपयोग करते हैं किंतु कनेक्शन एक ​ही लेना चाहते हैं। भारत में 4जी की यह सेवा उपलब्ध नहीं है।




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