Difference Between Machine & Assembly Language
Machine language | Assembly language |
Machine language एक नीचे स्तर (Lowest level) की एक भाषा है। जिसमें बाइनरी संख्या होती हैं जिसे कंप्यूटर सीधे execute कर सकता है। | Assembly Language एक low-level प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। इसको मशीन लैंग्वेज में बदलने के लिए एक सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है जिसे assembler कहते है। |
मशीनी भाषा को मनुष्यों द्वारा समझा नहीं किया जा सकता है और इसे केवल कंप्यूटर द्वारा ही समझा जा सकता है। | असेंबली भाषा को मनुष्यों के द्वारा समझा जा सकता है तथा इसे प्रयोग और apply भी किया जा सकता है। |
मशीनी भाषा में बाइनरी अंक 0 और 1 शामिल होते हैं। | Assembly language में syntax होते हैं जो कि English language के समान होते हैं। इसलिए, इन्हें प्रोग्रामर और users द्वारा आसानी से समझा जा सकता है। |
Machine Language जो है वह Platform Dependent होता है अर्थात यह Language प्रत्येक प्लेटफार्म के लिए अलग अलग होती है। इनके Features इसी अनुसार बदलते रहते है। | Assembly Language में instructions के समूह होते हैं और ये प्रत्येक platform के लिए एक समान होते हैं। |
मशीन लैंग्वेज का प्रयोग मशीन कोड के रूप में ही किया जाता है। | असेंबली लैंग्वेज का प्रयोग माइक्रोप्रोसेसर पर आधारित डिवाइस में, और Real Time Systems में किया जाता है। |
Machine Language जो है वह First Generation Language है। | Assembly Language जो है वह Second Generation Language है। |
मशीनी भाषा को बदला नहीं जा सकता है। | इसे बदलना या Modify करना बहुत ही आसान होता है। |
मशीन भाषा के Syntax में Errors का Risk बहुत ही अधिक होता है। | इसमें Errors का खतरा कम होता है। |
Binary Codes को हम याद नहीं कर सकते। | Assembly language में दिए गये Commands को याद किया जा सकता है। |
इसमें कमांड्स को Execute करने के लिए Assembler की आवश्यकता नहीं होती हैं। | इसमें Commands को अच्छी तरह Execute करने के लिए Assembler की आवश्यकता होती है। |
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